पता नही किन सपनो मे जागती हूँ आज- कल !
जैसे लगता है खुद मे ही कुछ टटोलती हूँ आज-कल!!
कुछ पाती हूँ , कुछ पाकर भी नही पाती !
कुछ पाने की चाह मे जागती हूँ आज-कल!!
पर क्या???
चाहती हूँ कुछ, समझ नही पाती!
उस सपने के पीछे भागती हूँ आज-कल!!
इरादा है जीवन मे कुछ तो कर पाऊंगी!
लक्ष्य के पीछे दूर तक जाऊंगी !!
हमारे अंदर ही कुछ होता है,पर उस तक पहुंच नही पाते!
सपने सच वही होते है,जिसमे आप सो नही पाते !!
बनाना चाहती हूं अपनी एक पहचान ..!
जिसमे सभी करे मुझपे अभिमान!!
लगता है मेरी मंजिल कर रही इंतजार !
खीचती है मुझे सपनो के पार!!
पता नही किन सपनो मे जागती हूँ आज- कल !
जैसे लगता है खुद मे ही कुछ टटोलती हूँ आज-कल!!
SHILPI.......
https://www.facebook.com/silpisandy.gupta
जैसे लगता है खुद मे ही कुछ टटोलती हूँ आज-कल!!
कुछ पाती हूँ , कुछ पाकर भी नही पाती !
कुछ पाने की चाह मे जागती हूँ आज-कल!!
पर क्या???
चाहती हूँ कुछ, समझ नही पाती!
उस सपने के पीछे भागती हूँ आज-कल!!
इरादा है जीवन मे कुछ तो कर पाऊंगी!
लक्ष्य के पीछे दूर तक जाऊंगी !!
हमारे अंदर ही कुछ होता है,पर उस तक पहुंच नही पाते!
सपने सच वही होते है,जिसमे आप सो नही पाते !!
बनाना चाहती हूं अपनी एक पहचान ..!
जिसमे सभी करे मुझपे अभिमान!!
लगता है मेरी मंजिल कर रही इंतजार !
खीचती है मुझे सपनो के पार!!
पता नही किन सपनो मे जागती हूँ आज- कल !
जैसे लगता है खुद मे ही कुछ टटोलती हूँ आज-कल!!
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5 टिप्पणियां:
nice one again
Nice one
Superrb..
Awsome line
Awesome Line
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