शुक्रवार, 24 अप्रैल 2015

चुनौती [chunauti]

चुनौतिया जिंदगी की कभी खत्म नही होती
जिंदगी से भाग कर कोई मुश्किल हल नही होती!!
मुश्किले तो आती है जाती है
हर पल जैसे एक जाल बिछाती है
जब लगता है सारी मुश्किले खत्म हो गयी
तभी एक मुश्किल मुस्कुरा कर खडी हो जाती है!!
लगता है ये हमे चिढाती है और कहती है
सब कुछ ठीक हो जाये तो तुम काम क्या करोगे??

जीवन की राह मे नाम क्या करोगे?
लगता है अब सब खत्म हो गया, सारा हौसला जैसे भस्म हो गया
अब क्या होगा? जीवन किस वेग से आगे बढेगा?
तभी हमारा मन ठिठकता है और कहता है,रुक घबरा मत...
इन मुश्किलो को भी तू एक चुनौती दे डाल
खत्म हो जायेगा इनका भी वजूद बस तू जीतने की ठान...
बस तू जीतने की ठान...

2 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

nice one again

बेनामी ने कहा…

nice di...